35 वर्षों पूर्व जिन गुरुजनों ने पढ़ाया उनका पाद पूजन कर लिया आशिर्वाद
*एक साथ पढ़े बचपन के
साथी एक बार फिर हुए
इकठ्ठा हुए*
*औऱ किया रिटायर्ड हो चुके गुरुजनों का सम्मान*
*वीर चेतन्य हनुमान मंदिर के समीप करवाया
पौधारोपण*
*मानपुर से न्यूज वार 24*के लिए इस्माइल सैफ़ी*
गुरू पूर्णिमा पर 35 वर्ष पहले जिन गुरूजनों ने पढ़ाया उनका पाद पूजन किया। मानपुर नगर के शासकीय विद्यालय में 35 वर्ष पूर्व पढ़ें छात्रों ने उस समय पढ़ाने वाले गुरूजनो का पाद पूजन कर शाल श्रीफल के द्वारा सम्मानित किया। मानपुर में सन 1978 से 1997 तक शासकीय विद्यालय में पढ़ने वाले गोपाल कुमरावत,राजेश श्रोत्रिय,किशोर सोलंकी, लोकेश मीणा,मनीष अजमेरा, विशाल सोलंकी, अजय बघेले,अजय कुमरावत,अमित चौधरी, अविनाश बिल्लौरे, संतोष चौहान,दीपक श्रौत्रिय, देवकुमार यादव, दीपसिंह चौहान, राजेश यादव दीपक वर्मा, रामसिंह चौहान, विजय बघेले,योगेश गुप्ता,कांतीलाल पाटीदार, महेंद्र कुमरावत, मनीष श्रीवास, मुकेश गहलोत, संजय सोनी मुकेश मंडलोई, मुर्तजाअली जमाली,नानजी चौधरी, नरेंद्र पंवार, नितिन बंसल,रोशन शर्मा, संतोष ओसारी, शैलेन्द्र ठाकुर, सीताराम बारिया, प्रदीप कुमरावत सभी बचपन के मित्रों द्वारा अपने गुरूजनो श्री बालाराम गहलोत, श्री प्रेमबहादुरसिंह सागर, सर, श्री कैलाशचंद्र कुमरावत सर, श्री रामचन्द्र राठौर सर का महाकाल गार्डन मानपुर में चरण वंदन और पूजन कर शाल एवं श्रीफल द्वारा सम्मानित कर आशिर्वाद लिया।साथ ही मां आशापुर्णा मंदिर पहाड़ी पर वीर चेतन्य हनुमान मंदिर के सामने बंजर भूमि पर पूजनीय गुरूजनो द्वारा फलदार और छायादार पौधों का रोपण कर वृक्षारोपण का महत्व बताया।सभी छात्रों को एक साथ देखकर सभी गुरूजन भावविभोर हो गये।सभी छात्रों ने अपने अपने जीवन के अनुभवों को गुरूजनो के साथ साझा किया।गुरूजनों ने सभी छात्रों को आशीर्वचन देते सभी छात्रों को वर्तमान परिस्थितियों में अनुशासित,संयमित, मिलनसार,सत्यवादित आध्यात्मिक जीवनशैली अपनाने को कहां।साथ ही जीवन मूल्यों के कई गूढ़ रहस्यों को सरलीकृत करते हुए छात्रों को समझाया। कार्यक्रम के अंत में सभी छात्रों और गुरूजनो ने भोजन का आनंद लिया और गुरूजनो को विदाई दी। सभी छात्र और गुरूजन इस अवसर पर अपने आंखों के आंसू नहीं रोक पाए। भविष्य पुर्नमिलन का आशिर्वाद प्रदान कर प्रस्थान किया।