विश्व दाऊदी बोहरा समाज़ के 53 वे धर्मगुरु सैय्यदना आली कदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब के शिष्य मानपुर पधारे
देश,व मानवता के लिए
समर्पित रहकर ईमानदारी
से व्यापार व्यवसाय करे
—-आमिल अब्बास शाकिर
मानपुर से इस्माइलसैफ़ी
मुल्ला अब्बास शाकिर ने
मानपुर में मोहर्रम की वाअज़ में बुरहानी हाल मानपुर में फरमाया की कदम ईमान के काम व अच्छी जगहों की तरफ ही जाना जरूरी है।ईमानदारी से व्यापार व्यवसाय करे !कदम साबित हो अल्लाह के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। यही हमारी सही राह है।मंजिल तक पहुँचने के लिए ईमान के साथ जज़्बा होना चाहिए।यकीन पुख्ता हो और इरादा मजबूत होना जरूरी है ब्याज का कारोबार व कामकाज औऱ व्यापार नही करें। हक के रास्ते पर चले। बुरे कामो से दूर रहे।
साबित कदम पर रहकर अपनी ज़िन्दगी जिए। देश धर्म व मानवता के प्रति समर्पित रहना ही ईमान है और उसमें हर इंसान को ढलना जरूरी है। त्याग और
बलिदान की राह पर चले हमे यह रास्ता पैगम्बर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन (अस) ने करबला में अपने बहत्तर साथियों के साथ शहीद होकर हमे बताया है ।
शरीयत पर काबिज रहे।इमान भी पुख्ता होना चाहिए। जरूरत पड़ने पर सबसे पहले हमें अपने देश
के लिए कुर्बानी देने के लिए
तैयार रहने चाहिए! जहाँ भी रहे अपने देश के प्रति वफादार रहे। पड़ोसी चाहे वो
किसी भी मज़हब का हो उसे अपना भाई समझना ईमान की दौलत है! आठ जुलाई से
प्रारम्भ हुए प्रवचन सोलह जुलाई तक चलेगे।आमिल मुल्ला अब्बास शाकिर दिन में साढ़े दस बजे से दोपहर एक बजे तक प्रवचन दे रहे है। रात साढ़े सात बजे से साढ़े आठ बजे तक मजलिस हो रही है!
मानपुर निवासी कौसर हुसैन भाई देपालपुरवाला ने अपनी तरफ से सैयदना साहब की रज़ा से 12 दिवसीय दोनो टाइम समाज़ के लिए सामूहिक भोज का आयोजन किया है जो सत्रह जुलाई जारी रहेगा। प्रवचन, मजलिस, व सामूहिक भोज में नगर के सो प्रतिशत बोहरा समाज के नर,नारी व बच्चे भाग ले रहे है। बड़वानी,
कसरावद,गुजरी,धरमपुरी,
देपालपुर, बेटमा,इंदौर, तराना,आदि स्थानों के आयोजक के रिश्तेदार भी
शामिल होकर पुण्य कमा रहे है। लगभग अस्सी प्रतिशत बोहरा बंधुओ ने अपना व्यापार नो दिनों के लिए बंद रखा है। प्रतिदिन वाअज औऱ मजलिस में इमाम हुसैन औऱ बहत्तर शोहदा ए किराम का गम मनाने के साथ पुरजोश मातम किया जा रहा है।आमिल मुल्ला अब्बास शाकिर प्रतिदिन अपने मुखार बिंद से दीनी और दुनयवी ओजस्वी प्रवचन दे रहे है। विगत दिनों आमिल अब्बास शाकिर के आगमन
पर समाज के सेकेट्री मोइज़ आरिफ,पूर्व सेकेट्री मुरतुज़ा
जमाली,जमात कमेटी के
कुतबुद्दीन सैफ़ी,व कौसर देपालपुर वाला समाज व जमात की औऱ से स्वागत सम्मान किया। सोलह जुलाई मोहर्रम की दसमी को समाज ईमान हुसैन के त्याग और बलिदान की याद में
रोज़ा(उपवास) रखेंगे।