
भगवान से पहचान बनाओ वही आपके काम आएंगे -सुश्री जया किशोरी
महू, अंतरराष्ट्रीय कथावाचक सुश्री जया किशोरी जी द्वारा देवी अहिल्या होलकर खेल परिसर मैं चल रही भागवत कथा मैं मुख्य जजमान जीतू ठाकुरद्वारा पूजा अर्चना की जाकर व्यासपीठ की आरती की गई वही किशोरी जी द्वारा व्यासपीठ पर हाथ जोड़कर नतमस्तक हुई भागवत कथा के तीसरे दिन आपने बताया कि सफलता मिलना आसान है सफलता को बनाए रखना कठिन है सफल व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए उन्होंने बताया कि हम जिन से पहचान बनाते हैं वह काम आने पर हमारा फोन तक नहीं उठाते हैं और जो हमारे काम आते हैं उनके लिए हमारे पास समय नहीं है भगवान से पहचान बनाओ वही आपके काम आएंगे
आपने कहा कि कोई नहीं चाहता है मेरी बेटी ससुराल में दुख उठाएं वह दुख जब भी सहेगी जब अपने पैर पर नहीं खड़ी है अन्याय करने वाला एवं अन्याय सहने वाला दोनों दोषी होते हैं बेटी बेटों में माता पिता फर्क ना कर काबिल बनाएं ताकि आपके जाने के बाद वह जी सके बेटियों के साथ जब भी अन्याय हो उसी वक्त अन्याय के विरोध में आवाज उठाएं आगे अन्याय करने का मौका ना दें
आपने बताया कि बाहर का गुस्सा घर पर आकर निकालते हैं जबकि घर के लोग ही मुसीबत पड़ने पर काम आते हैं
आपने बताया कि गया से गया सूर कैसे बना और गयासुर के दर्शन करने से मुक्ति मिलती है
वहीं हिरण कश्यप, अजामीन, प्रथु, जड भारत, ध्रुव, प्रहलाद एवं नरसी अव तार के प्रसंग को श्रद्धालुओं ने श्रद्धा के साथ
हर प्रसंग पर मनमोहक गीत मुख हो राम नाम राम सेवा हाथ में अकेला नहीं राम तेरे साथ में, मेरे अंगना पधारो मोरी शारदा भवानी, कसमे वादे प्यार वफा बातें हैं बातों का क्या, आदि अनेक प्रसंगो के साथ भजनों से भक्ति में माहौल कर दिया भजनों पर महिलाएं खूब झूम झूम कर नाची
चौथे दिन की भागवत कथा मैं कृष्ण जन्म एवं राम जन्म के विशेष प्रसंग बताए जाएंगे
अंत में जीतू ठाकुरद्वारा नरसी भगवान एवं प्रहलाद की पूजा अर्चना कर आरती की गई वही उपस्थित श्रद्धालुओं के प्रति आभार माना गया