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इंदौर में बाल श्रमिकों को मुक्त कराया

*बाल श्रम उन्मूलन अभियान के तहत, पुलिस व प्रशासन की टीम ने 21 बच्चों को करवाया बाल श्रम से मुक्त।*

चॉकलेट फैक्ट्री, बैग के कारखाने, होटल एवं दुकानों में अवैधानिक तरीके से करवाया जा रहा था इन बच्चों से बाल श्रम*

इंदौर – बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम एवं उनकी सुरक्षा व देखभाल को ध्यान में रखते हुए, *बचपन बचाओ आंदोलन* के तहत, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देशानुसार पुलिस व प्रशासन द्वारा बालश्रम जैसी सामाजिक बुराई की रोकथाम एवं इनमें लिप्त बच्चों को मुक्त करवाने हेतु, दिनांक 01 जून से 30 जून 2023 तक बाल श्रम के विरूद्ध कार्यवाही का विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

इसी क्रम में पुलिस कमिश्नर इंदौर एवं कलेक्टर इन्दौर के निर्देशन में महिला बाल विकास विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, चाइल्ड लाईन के साथ मिलकर इंदौर पुलिस की विशेष पुलिस किशोर इकाई एवं महिला सुरक्षा शाखा की टीम द्वारा इस मासिक विशेष आभियान के तहत लगातार कार्यवाही की जा रही है जिसके अंतर्गत 01 जून से अभी तक अवैधानिक रूप से बाल श्रमिक के रूप में काम करवाए जा रहे 21 बच्चों को मुक्त करवाया गया।

पुलिस व प्रशासन के संयुक्त दल ने उक्त अभियान के तहत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चेकिंग की गई जिसमें अनियमितता पाने पर संयुक्त दल ने बाल श्रम उन्मूलन अभियान के तहत बड़ी छापा मार कार्रवाई करते हुए लसुड़िया क्षेत्र में चॉकलेट बनाने के कारख़ानों में काम करने वाले 10 नाबालिग बच्चों को मुक्त करवाया।
एक अन्य कार्यवाही में टीम बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, छोटी ग्वालटोली क्षेत्र में पहुंचकर चैकिंग की और यहाँ पर होटल, दुकानों, मोटर मेकेनिक के पास काम करने वाले 6 बच्चों को मुक्त कराया गया। और इसी प्रकार थाना रावजी बाजार क्षेत्र के मोती तबेला में विभिन्न दुकानों, बेग के कारखानों आदि में अवैध रूप से बाल श्रम करवाए जा रहे हैं 5 बच्चों को टीम ने मुक्त कराया। इस प्रकार उक्त अभियान के तहत टीम द्वारा 01 जून से अभी तक कार्रवाई करते हुए 21 बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया गया।*

उक्त सभी बच्चों का मेडिकल करवाकर बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार बच्चों की देखभाल हेतु शहर के आश्रय घर/संस्थानों में भेजा गया है।

पुलिस व प्रशासन की टीम द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्र के दुकानों, होटलों, कारखाने, प्रतिष्ठान आदि पर जाकर इस संबंध में वहां पर चैकिंग की जा रही हैं और सभी को इस अभियान के बारें में जानकारी देकर बालश्रम करवाना एक अपराध है बताया गया। बाल श्रम निषेध अभियान के तहत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम, कर इन बच्चो के बेहतर रिहेबिलिटेशन की कार्यवाही की जा रही है।

इस दौरान इंदौर पुलिस की विशेष किशोर पुलिस इकाई, महिला सुरक्षा शाखा की टीम ने महिला बाल विकास विभाग, चाइल्ड लाईन, सामाजिक न्याय विभाग, श्रम विभाग के संयुक्त दल ने संबंधित थाना क्षेत्र के पुलिस बल के साथ इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया।

बाल भिक्षावृत्ति एवं बालश्रम की सामाजिक बुराई की रोकथाम हेतु उक्त अभियान निरंतर जारी रहेगा।

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